ICMR ने बताया- सीरो सर्वे के अनुसार अगस्त तक हर 15 में से एक शख्स कोरोना की चपेट में था

ICMR ने बताया- सीरो सर्वे के अनुसार अगस्त तक हर 15 में से एक शख्स कोरोना की चपेट में था

सेहतराग टीम

डीजी आईसीएमआर (ICMR) बलराम भार्गव ने बताया कि आईसीएमआर की दूसरी नैशनल सीरो रिपोर्ट (National Sero Survey Report) के मुताबिक, अगस्त 2020 तक 10 साल से ज्यादा की उम्र का हर 15वां शख्स कोरोना की चपेट में आ चुका है।

पढ़ें- कोरोना से जुड़े कुछ अहम सवालों के जवाब जानिए

देश में कोरोना को लेकर पैदा हुए हालात और वर्तमान स्थिति की जानकारी देने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर और नीति आयोग ने मंगलवार को एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। डीजी आईसीएमआर बलराम भार्गव ने कहा, 'सीरो रिपोर्ट में एक बड़ी आबादी के कोरोना की चपेट में आने की आशंका जताई गई है, ऐसे में 5T स्ट्रैटिजी (टेस्ट, ट्रैक, ट्रेस, ट्रीट और टेक्नॉलजी) को अपनाना होगा।' उन्होंने कहा, 'दूसरी सीरो रिपोर्ट के मुताबिक, अगस्त तक 10 साल से ऊपर का हर 15वां शख्स कोरोना की चपेट में आ चुका है।'

सीरो रिपोर्ट में खुलासा, ग्रामीण इलाके कम प्रभावित

डीजी आईसीएमआर बलराम भार्गव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक और बड़ी बात कही। उन्होंने बताया कि दूसरी सीरो रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस से ग्रामीण इलाके इतने प्रभावित नहीं हुए हैं। उन्होंने दूसरे सीरो सर्वे के हवाले से बताया, ''शहरी मलिन बस्तियों (15.6 प्रतिशत), गैर-मलिन बस्तियों (8.2 प्रतिशत) क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों (4.4 प्रतिशत) की तुलना में सार्स-सीओवी2 का प्रसार अधिक है।'' भार्गव ने बताया, ''अगस्त 2020 तक दस साल और इससे ऊपर के 15 व्यक्तियों में से एक व्यक्ति के सार्स-सीओवी2 की चपेट में होने का अनुमान था। दूसरा सीरो सर्वे 21 राज्यों के 70 जिलों के उन्हीं 700 गांवों और वार्ड में किया गया जहां पहला सर्वे किया गया था।

आईसीएमआर के डीजी ने राज्य सरकारों से अपील की है कि आगामी त्योहारी सीजन, सर्दी के मौसम को देखते हुए वे खास सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा, 'अगले कुछ महीनों के दौरान कई बड़े त्योहार, सर्दी के मौसम और बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की आशंका के मद्देनजर राज्य सरकारों को नई कंटेनमेंट स्ट्रैटिजी को अपनाना होगा।'

दूसरी तरफ केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि सितंबर महीने में देशभर में करीब 3 करोड़ कोरोना टेस्ट हुए हैं। देश में प्रति 10 लाख आबादी पर टेस्ट की संख्या 50 हजार के आंकड़े को पार कर गई है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि भारत में प्रति दस लाख की आबादी पर कोविड-19 के 4,453 मामले हैं और मौत के 70 मामले हैं, जो दुनिया में सबसे कम हैं।

 

इसे भी पढ़ें-

कोरोना के किन लक्षणों को गंभीरता से लेना चाहिए?

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।